बीथोविन के प्रेमपत्र
संगीत के रसिकों में कोई व्यक्ति शायद अपवाद ही होगा जिसने बीथोवन की सिम्फनी सुनी न हो या जिसके दिल के तार ऐसी अलौकिक, अप्रतिम धुन से झनझनाए न हों। बॉन, जर्मनी में 16 सितंबर 1770 को जन्मे लुडविग वेन...
View Articleवो तेरे प्यार का गम - 2
रीटा ने राजीव की इस बात का जवाब देना मुनासिब नहीं समझा और अपने बेटे के पास जाकर कहा' सोहम, बेटा यह राजीव अंकल हैं उन्हें हैलो कहो। सोहम ने मीठी मुस्कान के साथ राजीव को हैलो कहा। उसकी मुस्कान को देखकर...
View Articleवो तेरे प्यार का गम!
मेरे बाकी बचे जीवन में कभी भी और कहीं भी अगर तुम्हारा मुझसे सामना हो जाए तो भगवान के लिए अपना रास्ता बदल देना या फिर अपना मुँह फेर लेना। क्योंकि मैं जानता हूँ कि जब कभी भी मैं तुम्हारा चेहरा देखूँगा तब...
View Articleएक लड़की पहेली सी
टाइपिंग कोचिंग सेंटर में विजय का पहला दिन था। वह अपनी सीट पर बैठा टाइप सीखने के लिए नियमावली पुस्तिका पढ़ रहा था। तभी उसकी निगाह अपने केबिन के गेट की तरफ गई। कजरारे नयनों वाली एक साँवली लड़की उसकी...
View Articleमालवी लोकजीवन की दो प्रेम कथाएँ
एक सूफी संत अपने शिष्यों के साथ दुग्ध-धवल चाँदनी रात में अपने घर की छत पर ईश्वर आराधना में मग्न थे। कौतुकवश एक नवयुवक भी वहाँ आया और चुपचाप सत्संग में शामिल हो गया, उसे बड़ा आनंद आया। इतना सुकून, इतनी...
View Articleप्रेम क्या होता है?
खिड़की के बाहर गर्मी की रात बिखरी हुई है, गर्मी की गुनगुनी-सी रात। खिड़की से सटकर लगी हुई रातरानी की झाड़ी के फूलों की मादक गंध खिड़की के परदे से अठखेलियाँ कर रही हवा के साथ कमरे में आ रही है। खिड़की...
View Articleतीस साल बाद
कपिल ने कागज ले लिया और चश्मा पहनकर पढ़ने लगा। भावुकता और शेर-ओ-शायरी से भरा एक बचकाना मजमून था। उस कागज को पढ़ते हुए सहसा कपिल के चेहरे पर खिसियाहट भरी मुस्कान फैल गई। बोला, 'यह आपको कहाँ से मिल गया?...
View Articleनहीं तो, मतलब, लेकिन हाँ!
मैं यकीन नहीं कर सकती क्या? यही कि तुमने जिंदगी में पच्चीस-छब्बीस बसंत देखे लेकिन उसमें बहार कभी नहीं आई। इसमें यकीन न करने जैसी तो कोई बात नहीं है। नहीं, क्योंकि शक्ल-ओ-सूरत उतनी बुरी भी नहीं है। मतलब...
View Articleबच्चों का खेल
हँसो मत समीरा। पूरा खत पढ़ लो फिर चाहे जो करना। इस शेर का बुरा मत मानना डियर। तुम सोच रही हो कि क्या आज भी मेरे पास इस सस्ते सड़क छाप शेर के अलावा कुछ लिखने को नहीं है। मुँह का स्वाद अगर खराब हो गया है...
View Articleमालवी लोकजीवन की दो प्रेम कथाएं
एक सूफी संत अपने शिष्यों के साथ दुग्ध-धवल चांदनी रात में अपने घर की छत पर ईश्वर आराधना में मग्न थे। कौतुकवश एक नवयुवक भी वहां आया और चुपचाप सत्संग में शामिल हो गया, उसे बड़ा आनंद आया। इतना सुकून, इतनी...
View Articleबाली उमर में पहला प्यार
रिया ने अभी नौवीं की परीक्षा पास की थी ।वो गर्मी कि छुट्टियां ही थी, जब छत पर हर शाम एक दूसरे की झलक दिखाई देती थी। घर बहुत पास भी नहीं था इसीलिए चेहरा भी धुंधला सा ही दिखाई देता था। लेकिन छत पर उसका...
View Articleलैला-मजनू : मोहब्बत की अमिट दास्तां
दमिश्क के मदरसे में जब उसने नाज्द के शाह की बेटी लैला को देखा तो पहली नजर में उसका आशिक हो गया। मौलवी ने उसे समझाया कि वह प्रेम की बातें भूल जाए और पढ़ाई में अपना ध्यान लगाए, लेकिन प्रेम दीवाने ऐसी...
View Articleविल्हण-रतिलेखा की खूबसूरत प्रेम कहानी
राजकवि विल्हण राजा के विश्वासपात्र थे। इसलिए राजा ने राजकुमारी रतिलेखा की शिक्षा-दीक्षा की सारी जिम्मेदारी उन्हें सौंप दी। किंतु विल्हण अति सुंदरी रतिलेखा को काव्य पढ़ाते-पढ़ाते प्रेम शास्त्र पढ़ाने लगे...
View Articleअमर-प्रेम की दिलकश याद : शीरीं-फरहाद
खुसरो ने फरहाद को बुलवाया और शीरीं से मिलवाया ताकि उसकी सलाह पर फरहाद नहर की खुदाई कर सके। शीरीं को देखते ही फरहाद उसका दीवाना हो गया। नहर खोदते-खोदते फरहाद शीरीं के नाम की रट लगाने लगा। पढ़ें प्रेम...
View Articleसोहनी-महिवाल : मोहब्बत की एक अनोखी कथा
पंजाब की चनाब नदी के तट पर तुला को एक बेटी हुई सोहनी। कुम्हार की बेटी सोहनी की खूबसूरती की क्या बात थी। उसका नाम भी सोहनी था और रूप भी सुहाना था। उसी के साथ एक मुगल व्यापारी के यहां जन्म लिया इज्जत बेग...
View Articleप्रेम गीत : दिल को बहलाया हमने...
दिल को बहलाया हमने यूं कि तुम मिलो तो भी सही वरना ये तन्हाई ही सही थोड़ी-सी है प्यास मेरी समंदर का क्या करेंगे जब तुम नहीं जीवन में तो जीकर क्या करेंगे
View Articleराजस्थान में आज भी जीवंत है, ढोला मारू की प्रेम कहानी
वे प्रेमकहानियां ही हैं, जो न केवल इस शब्द और एहसास के आकर्षण को बढ़ाती हैं, बल्कि प्रेम के अस्तित्व को सदियों तक जिंदा रखकर, हर जुबान पर इसका मीठा स्वाद बनाए रखती हैं। ऐसी कई प्रेमकहानियां हैं, जो...
View Articleअनूठी प्रेम कथा : खून भरी मांग
नई शादी हुई थी वीरजी भील की। धीरा उसकी पत्नी का नाम था। अत्यंत सुंदर और बहादुर औरत। तीर-कामठी (धनुष-बाण) लेकर वीर जी शिकार के लिए जंगल गया था, दिनभर घूमता रहा। शिकार न मिला। थककर चूर वह एक पत्थर पर सो...
View Articleइलोजी-होलिका की मार्मिक प्रेम कहानी
हम लोग होलिका को एक खलनायिका के रूप में जानते हैं लेकिन हिमाचल प्रदेश में होलिका के प्रेम की व्यथा जन-जन में प्रचलित है। इस कथा को आधार मानें तो होलिका एक बेबस प्रेयसी नजर आती है जिसने प्रिय से मिलन की...
View Articleनल-दमयंती की अनोखी प्रेम कहानी
राजा भीम की पुत्री दमयंती और निषध के राजा वीरसेन के पुत्र नल दोनों ही अति सुंदर थे। दोनों ही एक-दूसरे की प्रशंसा सुनकर बिना देखे ही एक-दूसरे से प्रेम करने लगे थे। दमयंती के स्वयंवर का आयोजन हुआ तो...
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