जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन...
दादामुनि, अशोक कुमार ने अपने जीवन में पत्नी के अलावा सिर्फ नलिनी जयवंत से प्यार किया था। अपने घर की छत पर दूरबीन लेकर वे नलिनी को दूर से क़रीब महसूस किया करते थे
View Articleहकीकत अफसाना बन गया...
एक थी मधुबाला... भारतीय सिनेमा की वीनस, क्लासिक ब्यूटी.. जो देखे, कायल हो जाए। न जाने कितनों ने उस हुस्न की मलिका को दिल देना चाहा होगा
View Articleनल- दमयंती की प्रेम कथा
विदर्भ देश के राजा भीम की पुत्री दमयंती और निषध के राजा वीरसेन के पुत्र नल दोनों ही अति सुंदर थे। दोनों ही एक दूसरे की प्रशंसा सुनकर बिना देखे ही एक-दूसरे से प्रेम करने लगे थे। दमयंती के स्वयंवर का...
View Articleहल्की भूरी आँखों का जादू
अपने ऑफिस के कमरे में बैठा मैं हमेशा की तरह काम में मशगूल था। मुझे खनकती हँसी सुनाई दी, यह हँसी पहले तो इस ऑफिस में कभी भी नहीं सुनाई दी? आखिर किसकी हँसी है यह, छनकते
View Articleउनकी बाँहों में...
ऐसे आदर्श व्यक्ति की चाह रखती थी जो कुछ गंभीर तो कुछ बुद्धू सा हो, जिम्मेदार होने के साथ हाजिरजवाब हो और प्यार देने के मामले में भी बिल्कुल सच्चा हो। और बहुत से लोगों से मिलने के बाद मेरी आशाएँ और भी...
View Articleइलोजी-होलिका की प्रेम कहानी
हम लोग होलिका को एक खलनायिका के रूप में जानते हैं लेकिन हिमाचल प्रदेश में होलिका के प्रेम की व्यथा जन-जन में प्रचलित है। इस कथा को आधार मानें तो होलिका एक बेबस प्रेयसी नजर आती है जिसने प्रिय से मिलन की...
View Articleन पाकर चैन न खोकर चैन...
तेरे तअरुफ में ये कौन-सी अजनबीयत न तुझे पाकर चैन, न तुझे खोकर चैन
View Articleविल्हण-रतिलेखा
चालुक्य सम्राट विक्रमादित्य के राजकवि विल्हण का उस समय के कवियों, विद्वानों में सर्वश्रेष्ठ स्थान था। उनका कहना था कि इस संसार में केवल एक ही एसा रस है, जो लोहे के आदमी को भी मोम बना देता है और वह हैं...
View Articleदेवयानी की न भूलने वाली प्रेम कथा
पौराणिक प्रेम कथाओं में से कच और देवयानी का कथानक सर्वाधिक प्रसिद्ध है। कच देवगुरु बृहस्पति के पुत्र थे। देवताओं के अनुरोध पर दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य के पास संजीवनी विद्या सीखने के लिए गए थे
View Articleलैला-मजनूँ की अमर प्रेम-कहानी
अरब के प्रेमी युगल लैला-मजनूँ सदियों से प्रेमियों के आदर्श रहे हैं और रहें भी क्यों नहीं, इन्होंने अपने अमर प्रेम से दुनिया को दिखा दिया है कि मोहब्बत इस जमीन पर तो क्या जन्नत में भी जिंदा रहती
View Articleअमर प्रेम की दिलाएँ याद : अमर प्रेमी शीरी-फरहाद
शीरी का नाम लेते-लेते फरहाद ने समय से पहले नहर तो खोद डाली, लेकिन वह शीरी के इश्क में दीवाना हो गया। जब खुसरो को इसकी जानकारी मिली तो वह आगबबूला हो गया। लेकिन फरहाद ने बिना डरे दिल की बात कह डाली कि...
View Articleसोहनी-महिवाल : दोनों की मोहब्बत ने किया कमाल
पंजाब की चनाब नदी के तट पर तुला को एक बेटी हुई सोहनी। कुम्हार की बेटी सोहनी की खूबसूरती की क्या बात थी। उसका नाम भी सोहनी था और रूप भी सुहाना
View Articleहीर-रांझा : प्यार का रिश्ता प्रगाढ़ और साझा
रांझा को बचपन में ही खूबसूरती से इश्क था। उसने अपने लिए सपनों में ही एक हसीना की तस्वीर गढ़ ली थी। तख्त हजारा के सरदार का बेटा रांझा आशिक मिजाज था
View Articleप्रेम कहानी
तयशुदा वक्त से पूरे सात मिनट ऊपर हो चुके थे। लड़का मायूस हो चुका था, कि अब लड़की नहीं आएगी। तभी हाथ में एक छोटा-सा लिफाफा पकड़े लड़की सीढ़ियों से प्रकट हुई। बैंच पर संयोगवश लड़के के पास वाली जगह
View Articleपृथ्वीराज संयोगिता: स्वर्णाक्षरों से अंकित प्रेमकथा
पृथ्वीराज चौहान और संयोगिता की प्रेमकथा राजस्थान के इतिहास में स्वर्ण अंकित है। वीर राजपूत जवान पृथ्वीराज चौहान को उनके नाना सा. ने गोद लिया था
View Articleटीना का करीब होना अच्छा लगता था
टीना मुनीम से मुलाकात फिल्म के सेट पर हुई थी। वह मेरा ऑटोग्राफ लेने आई थी। मैंने पूछा- 'क्या आप बॉम्बे से हैं?' हाँ, उसने कहा। स्कूल जाती हो। टीना ने कहा अब नहीं। मैं अरूबा में थी और मैंने मिस...
View Articleएक अंतहीन इंतजार...
अमरीका के सातवें राष्ट्रपति एंड्रयू के प्रेम-प्रसंग के बारे में बहुत कम लोगों ने ही पढ़ा या सुना होगा। इनकी प्रेम-कहानी काफी दुखद थी। एंड्रयू काफी शांत और जुझारू किस्म के व्यक्ति
View Articleआज भी है उतना ही शाश्वत...
एक ऐसा बादशाह जो ना केवल मुगलों का लोकप्रिय शासक रहा है, बल्कि प्रेम की दुनिया पर भी उसने राज किया है। शाहजहाँ, जिसने अपनी प्रिय पत्नी मुमताज महल के लिए ताजमहल जैसी एक ऐसी यादगार इमारत बनवाई
View Articleश्रीकृष्ण्ा-रुक्मिनी की प्रेम-कथा
विदर्भ के राजा की पुत्री थी रुक्मिनी, जिन्होंने कृष्ण्ा के शौर्य और तेज के बारे में काफी सुन रखा था, उनके पिता भी चाहते थे कि कृष्ण का विवाह उनकी बेटी से हो जाए। लेकिन जरासंध के होते हुए यह संभव...
View Articleतलाश... जो पूरी न हुई
लियो टॉल्स्टाय ने 18वीं सदी में एक उपन्यास लिखा था- अन्ना कारेनिना। एक विवाहित स्त्री का प्रेम के लिए भटकना और उसे पाकर भी मौत को पाना, विचारों की जटिलता प्रस्तुत करता है
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