इतना मजबूर तो लिली मैंने कभी तुम्हें नहीं पाया। फिर आज क्यों? क्या मेरे प्यार से तुम्हें इतनी भी ताकत नहीं मिली कि केवल 10 मिनट का समय निकालकर यह सब बातें मुझे मिलकर या फोन पर ही बता सको। लिली इस दास्तान का अंत मैं केवल तुम्हारे मुँह से सुनना चाहता ...
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